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Today in this article we will try to know the best possible ways to Allergy Treatment  / How to Treat Allergy?

Allopathy

Food allergies, especially wheat, are found in celiac disease in northern India. If there is a lack of blood in the young, vitamin D or calcium, then it may be possible that all gluten allergens from wheat are allergic. If the skin test comes in positive then the patient is stopped from eating wheat made items. Instead of wheat, flour, maize, syrup, gram, etc., are given to eat. Medicines are also given to enhance the elements which are lacking in the body.

Although light-prone allergens, that is, if sneezing or itching, then take "Avil" and "Cetirizine". These are both generic names. Experts say these medicines are fine for some hours or for immediate relief, but the long-running allergies are ineffective. Show the doctor when you are allergic. In addition to the type of medicine, allergy is determined according to the patient's condition and age.

Allergy is also treated with immunotherapy and allergy shots. 

If the condition of the patient is worse, immunotherapy is only used. It is a safe way but it is effective only when there is an allergic reaction to something which can not be ignored. For example, if someone is allergic to eating prawn, he will not eat them, but if Pauline is allergic, then he will always be sick. Such patients are given this therapy. The effect of this therapy lasts for a long time. Sometimes its effect lasts for 3-4 years. However, the effect on each patient can vary. This treatment is a little expensive.

Homeopathy

In homeopathy, the drug is given based on the symptoms of the disease. Treatment of allergic allergies in homeopathy is possible. Although the effect is slightly slow the disease is completely cured. Rather than treating yourself, you should seek advice from a qualified homeopathic doctor.

If eating and drinking are getting allergic, then 4 drops of natrum-mur are mixed with some water in the morning and evening, it is advisable to drink but the dose is different for the children.

Sulfur 200 (Sulfur 200) is given when allergic to the carbohydrate and antibiotic is allergic to aspirin medication. Some allergies include medicines such as Bryonia, Nux Vomica, Arsenicum Album. Dosage of medicines is determined according to age.

Ayurveda

Drink lemonade every morning.

Avoid sour and cold things.

Occasionally, any medication is allergic to eating too, so always ask the doctor for medication.

If the skin is allergic, wash the affected area with the alum water. Add coconut oil to camphor or olive oil. Sandalwood coating also provides relief. It reduces itchy and also reduces rashes.

Nasir Shirodhara, a part of Panchakarma, also helps in allergies too. The oil is inserted especially in the nose, but this process should not be done in the house. Do this in the supervision of Expert.

Naturopathy and Yoga

Yoga and Naturopathy are quite effective in fighting allergies. Naturopathy Experts say that to avoid allergies, the stomach should be kept clean. Do not eat too hot or very cold food. Always drink clean water. By doing pranayama approximately 15 minutes daily, it is beneficial in allergic reactions, because these immune systems are strong.

- If there is an allergy to colds and colds, then wake up in the morning and drink lemon juice in lukewarm water.
- Drink basil, lemon, black pepper and honey in lukewarm water to avoid allergic pollution.
- To avoid allergies in changing the weather, avoid eating sour things such as pickles and fried foods.

Please consult a doctor or a specialist before taking any steps

Thanks for reading, hope you will find this article helpful to better understand.


In Hindi (हिंदी में)

एलर्जी का इलाज /उपचार

आज इस लेख में हम एलर्जी के उपचार / एलर्जी का इलाज कैसे करें के सर्वोत्तम संभव तरीकों को जानने का प्रयास करेंगे।

एलोपैथी

फूड एलर्जी खासकर गेहूं से होने वाली सिलियक (Celiac) डिजीज उत्तर भारत में ज्यादा देखी जाती है। अगर किसी युवा में खून की कमी, विटमिन डी या कैल्शियम की कमी पाई जाती है तो हो सकता है कि उसे गेहूं से होने वाली ग्लूटन एलर्जी हो। अगर स्किन टेस्ट पॉजिटिव आता है तो मरीज को गेहूं से बनी चीजें खाने से रोक दिया जाता है। गेहूं के बजाय मक्का, सिंघाड़ा, चने आदि का आटा खाने को दिया जाता है। शरीर में जिन तत्वों की कमी है, उन्हें बढ़ाने के लिए दवाएं भी दी जाती हैं। 

वैसे हल्की-फुल्की एलर्जी यानी अगर छींकें आ रही हैं या खुजली हो रही है तो एविल (Avil) और सिट्रिजिन (Cetirizine) ले सकते हैं। ये दोनों जेनरिक नेम हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये दवाएं कुछ घंटों या फौरी राहत के लिए तो ठीक हैं, लेकिन लंबे समय चलनेवाली एलर्जी में बेअसर हैं। एलर्जी होने पर डॉक्टर को दिखाएं। दवा एलर्जी के प्रकार के अलावा मरीज की स्थिति और उम्र के मुताबिक भी तय की जाती है। 


इम्यूनो थेरपी और एलर्जी शॉट्स से भी एलर्जी का इलाज किया जाता है। 

अगर मरीज की हालत ज्यादा खराब हो, तभी इम्यूनो थेरेपी का सहारा लिया जाता है। यह सेफ तरीका है लेकिन तभी कारगर है, जब किसी ऐसी चीज से ही एलर्जी हो, जिसे नजरअंदाज न किया जा सके। मसलन अगर किसी को प्रॉन खाने से एलर्जी है तो वह उसे नहीं खाएगा, लेकिन अगर पॉलेन से एलर्जी है तो वह हमेशा ही बीमार रहेगा। ऐसे मरीजों को यह थेरपी दी जाती है। इस थेरपी का असर लंबे समय तक रहता है। कई बार इसका असर 3-4 साल तक रहता है। हालांकि हर मरीज पर असर अलग-अलग हो सकता है। यह इलाज थोड़ा महंगा होता है। 

होम्योपैथी

होम्योपथी में दवा बीमारी के लक्षणों के आधार पर दी जाती है। होम्योपथी में सभी तरह की एलर्जी का इलाज मुमकिन है। हालांकि असर थोड़ा धीमा होता है लेकिन बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। खुद इलाज करने के बजाय किसी क्वॉलिफाइड होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। 

खाने-पीने की चीजों से एलर्जी हो रही है तो नैट्रम मुर (Natrum Mur) की 4 बूंदे सुबह-शाम थोड़े पानी में मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन बच्चों के लिए डोज अलग होती है। 

एस्प्रिन (Aspirin) दवा से एलर्जी होने पर कार्बो वेज (Carbo Veg) और ऐंटिबायॉटिक से एलर्जी होने पर सल्फर 200 (Sulphur 200) दी जाती है। कुछ एलर्जी में ब्रायोनिया (Bryonia), नक्स वॉम (Nux Vomica), आर्सेनिक एल्बम (Arsenicum Album) आदि दवाएं दी जाती हैं। दवा की डोज उम्र के मुताबिक तय होती है।


आयुर्वेद 

- रोज सुबह नीबू पानी पिएं। 
- और ठंडी चीजों से परहेज करें। 
 - कभी कोई दवा खाने से भी एलर्जी हो जाती है इसलिए हमेशा दवा डॉक्टर से पूछकर ही लें। 
- अगर स्किन एलर्जी है तो फिटकरी के पानी से प्रभावित हिस्से को धोएं। नारियल तेल में कपूर या जैतून तेल     मिलाकर लगाएं। चंदन का लेप भी राहत देता है। इससे खुजली कम होती है और चकत्ते भी कम होते हैं। 

पंचकर्म का हिस्सा नास्य शिरोधारा भी एलर्जी में भी बहुत मदद करता है। इसमें खास तरीके से तेल नाक में डाला जाता है, लेकिन यह प्रक्रिया घर में नहीं करनी चाहिए। एक्सपर्ट की देखरेख में इसे करें। 

नेचुरोपथी और योग 

योग और नेचुरोपथी एलर्जी से लड़ने में काफी कारगर हैं। नेचरोपथी एक्सपर्ट्स का कहना है कि एलर्जी से बचने के लिए पेट साफ रखना चाहिए। बहुत गर्म या बहुत ठंडा खाना नहीं खाना चाहिए। हमेशा साफ पानी पीना चाहिए। रोजाना करीब 15 मिनट अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका प्राणायाम करने से एलर्जी में फायदा होता है क्योंकि इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। 

- अगर जल्दी-जल्दी सर्दी और जुकाम की एलर्जी हो तो सुबह उठकर गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर      पिएं। 
- पलूशन से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए गुनगुने पानी में तुलसी, नीबू, काली मिर्च और शहद डालकर      पिएं। 
, - बदलते मौसम में होने वाली एलर्जी से बचने के लिए खट्टी चीजें जैसे कि अचार और तली-भुनी चीजें खाने से     परहेज करें। 

कृपया कोई भी कदम उठाने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें । 

पढ़ने के लिए धन्यवाद, आशा है कि आपको यह लेख बेहतर समझने में मददगार होगा।